Saturday, 27 March 2021
सुप्रीम कोर्ट के नए चीफ जस्टिस
प्रधान न्यायाधीश एसए बोबड़े ने सुप्रीम कोर्ट के दूसरे वरिष्ठतम न्यायाधीश एनवी रमना को अगला प्रधान न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की है। परंपरा का निर्वाह करते हुए जस्टिस बोबड़े ने जस्टिस रमना की सिफारिश का पत्र सरकार को भेजा है। प्रधान न्यायाधीश एसए बोबड़े 23 अप्रैल को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। परंपरा के मुताबिक सेवानिवृत्त होने के एक महीने पहले प्रधान न्यायाधीश अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश सरकार को भेजते हैं। जस्टिस बोबड़े की संस्तुति अगर सरकार ने स्वीकार कर ली तो जस्टिस रमना भारत के 48वें मुख्य न्यायाधीश होंगे। वैसे परंपरा सुप्रीम कोर्ट के दूसरे वरिष्ठतम न्यायाधीश को ही प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किए जाने की है। जस्टिस बोबड़े ने जस्टिस रमना के नाम की संस्तुति करके उनके अगले प्रधान न्यायाधीश बनने का रास्ता प्रशस्त कर दिया है। प्रधान न्यायाधीश के पत्र के बाद सरकार में भी अगला प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। जस्टिस रमना 24 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बनेंगे। वह करीब एक साल चार महीने तक चीफ जस्टिस रहेंगे और 26 अगस्त 2022 को सेवानिवृत्त होंगे। उनका जन्म आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पुन्नावरम गांव में 27 अगस्त 1957 को हुआ था। उन्होंने एलएलबी करने के बाद 10 फरवरी 1983 को एडवोकेट पंजीकृत हुए। 27 जून 2000 को जस्टिस रमना आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में स्थायी न्यायाधीश नियुक्त हुए। उन्होंने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में 10 मार्च 2013 से लेकर 20 मई 2013 तक कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के तौर पर काम किया। वह दो सितम्बर 2013 को दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने और बाद में 17 फरवरी 2014 को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बने। हम जस्टिस रमना को बधाई देते हैं और उम्मीद करते हैं कि उनके कार्यकाल में इंसाफ के नए कीर्तिमान बनेंगे।
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