Wednesday 3 March 2021

शबनम का डेथ वारंट रुका

उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में बंद अमरोहा के बावनखेड़ी नरसंहार की दोषी शबनम की फांसी पर मंगलवार को रोक लग गई। फिलहाल उसे कुछ दिन की मोहलत मिल गई है। उसके वकील द्वारा राज्यपाल के यहां दायर की गई दया याचिका उसकी ढाल बन गई है। उस याचिका के निस्तारण तक उसका डेथ वारंट जारी नहीं किया जा सकेगा। हसनपुर के गांव बावनखेड़ी में शबनम ने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर 15 अप्रैल 2008 को माता-पिता, दो भाई, भाभी, फुफेरी बहन व मासूम भतीजे को मौत की नींद सुला दिया था। इस मामले में 15 जुलाई 2010 को सेशन कोर्ट ने सलीम व शबनम को फांसी की सजा सुनाई थी। हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट ने भी दोनों की सजा बरकरार रखी थी। यहां तक कि राष्ट्रपति ने भी उनकी दया याचिका खारिज कर दी थी। उसके बाद दोनों ने फिर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की मगर उसे भी नहीं सुना गया। अभी सलीम की याचिका सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। शबनम सलीम से शादी करना चाहती थी। वह सलीम के बच्चे की मां बनने वाली थी। हत्याकांड में शबनम और सलीम को फांसी की सजा हुई है। शबनम का डेथ वारंट जारी होने पर उसे फांसी मथुरा जेल में दी जाएगी। मथुरा जेल में अंग्रेजों द्वारा बनाया उत्तर प्रदेश का एकमात्र महिला फांसीघर है। बस इंतजार है तो उसे लटकाने का। -अनिल नरेन्द्र

No comments:

Post a Comment