Sunday, 28 March 2021
क्या केजरीवाल मोदी का विकल्प बन सकते हैं?
दिल्ली के आम आदमी पार्टी (आप) के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली के अधिकारों के मामले में केंद्र सरकार ने जो बिल पास किया है, यह मोदी और भाजपा की असुरक्षा दर्शाता है। पूरे देश में केजरीवाल मॉडल की चर्चा हो रही है। अरविन्द केजरीवाल को लोग मोदी के विकल्प के रूप में देखने लगे हैं, इससे घबरा कर केजरीवाल के अच्छे काम करने से रोकने के लिए यह बिल लाया गया है। सिसोदिया ने कहा कि अगर कोई अच्छा काम कर रहा है तो उसके सामने और बेहतर काम करके लंबी लकीर खींचनी चाहिए, न कि उसकी लकीर को मिटाने की कोशिश करनी चाहिए। मनीष सिसोदिया ने कहा कि पिछले छह साल में दिल्ली में अभूतपूर्व काम हुआ है, दिल्ली के अस्पताल बहुत अच्छे हो गए हैं, हर इलाके में मोहल्ला क्लीनिक बन गए हैं। लोगों को 24 घंटे फ्री बिजली मिल रही है, दिल्लीवासियों को फ्री में साफ पानी मिल रहा है। पूरे देश में केजरीवाल मॉडल की खूब चर्चा हो रही है। पूरे देश में केजरीवाल मॉडल की डिमांड हो रही है और जब मोदी और भाजपा केजरीवाल मॉडल ऑफ गवर्नेंस से मुकाबला नहीं कर पा रहे तो इनके सामने एक ही रास्ता बचा है कि केजरीवाल को काम करने से रोको। केजरीवाल दिल्ली में राशन की होम डिलीवरी योजना ला रहे हैं, मगर केंद्र सरकार इसमें भी अड़ंगा लगा रही है। सिसोदिया ने कहा कि देश की जनता को अब पता चल गया है कि मोदी और भाजपा को अब केजरीवाल से डर लगने लगा है, अभी तक लोग पूछते थे कि मोदी नहीं तो कौन, मोदी के बाद कौन? अब लोगों को मोदी के विकल्प के तौर पर केजरीवाल मिल गए हैं।
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