Sunday, 14 March 2021

सऊदी अरब तेल कंपनी पर आतंकी हमला

देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफे के बीच रविवार को सऊदी अरब में दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनी अरामको पर हमला हो गया। हूती विद्रोहियों ने 14 ड्रोन और आठ बैलेस्टिक मिसाइल से रिफायनरी पर हमला किया। हालांकि मिसाइल को हवा में ही तबाह कर दिया गया। मिसाइल के कुछ टुकड़े रहवानी इलाके में गिरे। अरामको को नुकसान नहीं पहुंचा। भारतीय तेल विशेषज्ञों का कहना है कि इससे भारत में पेट्रोल-डीजल के दामों पर तत्काल असर नहीं पड़ेगा। हालांकि हमले के बाद कच्चे तेल के दाम सालभर के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए। सोमवार को मई डिलीवरी वाला क्रूड ऑयल 1.75 डॉलर की तेजी (+2.9…) के साथ 71.37 डॉलर प्रति बैरल हो गया। कोरोना काल के बाद क्रूड का यह सबसे ऊंचा दाम है। इससे पहले आठ जनवरी 2020 को दाम 71 डॉलर पार गए थे। जानकारों का कहना है कि वैश्विक तनाव में क्रूड 73 डॉलर तक पहुंच सकता है। ओपेक और मिस्र राष्ट्रों द्वारा उत्पादन न बढ़ाए जाने की बात कहने से भी कीमतें बढ़ रही हैं। ऐसे में निकट भविष्य में तेल के दाम बढ़ सकते हैं। मालूम हो, भारत 80… तेल आयात करता है। सऊदी अरब से 20… तेल खरीदता है। विद्रोहियों ने हमला क्यों किया? अमेरिकी मदद नहीं मिलने से सऊदी कमजोर हो गया है। बिडेन ने हूती को आतंकी सूची से बाहर कर दिया था। इसलिए हूती का मनोबल बढ़ गया। उन्हें ईरान खुलकर मदद कर रहा है। चीन का भी समर्थन है। उम्मीद है कि संघर्ष लंबा न चले। अमेरिका आगे नहीं आया तो सऊदी कुछ नहीं कर पाएगा। हमले बढ़ते जाएंगे। हालांकि अरामको पर हमले के कारण अमेरिका चुप नहीं बैठेगा। उसे मदद करनी ही होगी। -अनिल नरेन्द्र

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