Wednesday, 13 October 2021
मुंबई पुलिस ने भेजा सीबीआई निदेशक को समन
मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ ने पुलिस अधिकारियों के स्थानांतरण से जुड़े फोन टैपिंग और आंकड़े लीक होने के मामले में शनिवार को महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी और सीबीआई के निदेशक सुबोध जायसवाल को समन भेजा। जायसवाल को 14 अक्तूबर को उपस्थित होने के समन में कहा गया है कि वह अपना बयान दर्ज कराएं। फोन टैपिंग होने के वक्त जायसवाल प्रदेश के डीजीपी थे। मुंबई पुलिस की साइबर सेल ऑफिशियल सीकेट एक्ट के तहत इस मामले की जांच कर रही है। वहीं इसकी सुनवाई बॉम्बे हाई कोर्ट भी कर रहा है। पुलिस ने अदालत में कहा है कि जायसवाल को समन ई-मेल के जरिये भेजा गया है, जिसमें उन्हें अगले गुरुवार को पेश होने के लिए कहा गया है। महाराष्ट्र कैडर के 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी जायसवाल को इस साल मई में दो साल के लिए सीबीआई का प्रमुख नियुक्त किया गया है। वह मुंबई पुलिस के आयुक्त भी रह चुके हैं। यह पूरा मामला 2020 का है। महाराष्ट्र पुलिस के खुफिया विभाग की प्रमुख आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला ने एक खुफिया रिपोर्ट तैयार की थी। रश्मि शुक्ला ने इसे 25 अगस्त 2020 को तत्कालीन डीजीपी सुबोध जायसवाल को भेजी थी। इसमें पुलिस अफसरों के तबादले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था। कई आईपीएस अफसरों और मंत्रियों के फोन टेप किए जाने के बाद उनकी बातचीत का ब्यौरा था। जायसवाल ने यह रिपोर्ट अपनी नोटिंग के साथ तत्काल एसीएस गृह सीताराम पुंटे को सौंपकर जांच की मांग की थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने राज्य में बड़े तबादले रैकेट का आरोप लगाया था। उन्हें कई घंटों की रिकॉर्डिंग केंद्रीय गृह सचिव को सौंपी थी। आरोप है कि जांच के दौरान वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों के फोन टेप किए गए और रिपोर्ट जानबूझ कर लीक की गई।
-अनिल नरेन्द्र
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