Tuesday, 5 October 2021
मेले, झूले, फूड स्टॉल के बिना रामलीला
कोरोना के कहर से उबरते जा रहे देश को लगता है कि ईश्वर का सहारा मिल गया है। कोरोना के कारण बड़ी-छोटी पाबंदियों से निजात की शुरुआत के शुभ संकेत मिलने लगे हैं। देशभर में शॉपिंग मॉल, बाजार, दुकान इत्यादि अधिक समय तक खुल रहे हैं। मुंबई में तो सिनेमा हॉल खोलने की घोषणा कर दी गई है और एक ही हफ्ते में बड़ी-बड़ी फिल्मों की रिलीज डेट फाइनल हो चुकी है। बदले माहौल में राजधानी दिल्ली में भी फेस्टिवल सीजन को खुशगवार बनाने की तैयारी का स्वागत है। अभी तक सभी तरह के धार्मिक और त्यौहारों से जुड़े कार्यक्रमों पर पूरी तरह रोक थी। फेस्टिवल सीजन के लिए दिल्ली आपदा प्रबंधन अथारिटी ने गुरुवार को गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। रामलीला, दशहरा और दुर्गा पूजा मनाने के लिए 15 नवम्बर तक नियमों में ढील दी गई है। 15 नवम्बर तक रामलीला या दुर्गा पूजा के आयोजन के लिए डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट और डीसीपी से मंजूरी लेनी होगी। जिला प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी होगी कि आयोजन स्थल पर कोविड नियमों का उल्लंघन न हो। रामलीला और दुर्गा पूजा पर किसी भी जगह पर मेले और झूले लगाने पर बैन है। खाने-पीने का कोई स्टॉल नहीं लगाया जाएगा। आयोजन स्थल के अंदर और बाहर कहीं पर भी कोई स्टॉल नजर नहीं आएगा। खड़े होकर या जमीन पर नहीं बैठ सकेंगे, कुर्सियों पर बैठना होगा। एंट्री और एग्जिट गेट अलग, बिना मॉस्क के एंट्री नहीं। जुलूस या रैली नहीं निकाल सकेंगे। कंटेनमेंट जोन में कोई इवेंट नहीं होगा। लोगों से अपील की गई है कि घर पर पूजा-पाठ करें। छठ पूजा को लेकर नियमों में कोई ढील नहीं दी गई। सभी लोगों का कर्तव्य है कि इन छूटों का बेजा फायदा न उठाएं और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए रामलीला और दुर्गा पूजा में भाग लें ताकि कोरोना का कोई खतरा न रहे और कोई भी लापरवाही सब पर भारी पड़ सकती है।
-अनिल नरेन्द्र
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