Friday, 22 October 2021

जेहादिस्तान बनता बांग्लादेश

बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान भड़की हिंसा यही दिखाती है कि वहां हिन्दुओं सहित अन्य अल्पसंख्यक कितने असुरक्षित हैं और कैसे अफवाह की एक चिंगारी उनके घरों को जला सकती है। दुखद पहलू यह है कि उदार मानी जाने वाली शेख हसीना की सरकार और उनका प्रशासन हिन्दुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को देश के 20 से अधिक जिलों तक फैलने से नहीं रोक सका। हिंसा की शुरुआत दुर्गा पूजा के दौरान एक पंडाल में ईशनिंदा की अफवाह से हुई और देखते ही देखते इस्लामी कट्टरपंथियों ने अनेक मंदिरों, पंडालों और हिन्दुओं के घरों पर हमला शुरू कर दिया। इन हमलों में नोआखली स्थित प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर भी नहीं बच सका। इन हमलों में छह लोगों की मौत की भी खबर है। बता दें कि बांग्लादेश में गत नौ वर्षों में हिन्दुओं पर करीब 3721 हमले हुए हैं। ढाका ट्रिब्यून ने बताया कि यह डाटा एक प्रमुख अधिकार समूह एनओ सतीश केंद्र से मिला है। इसके अनुसार 2021 पिछले पांच वर्षों में अब तक का सबसे घातक वर्ष रहा है। पिछले पांच वर्षों में हिन्दू मंदिरों, मूर्तियों और पूजा स्थलों पर तोड़फोड़ व आगजनी के कम से कम 1678 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा पिछले तीन वर्षों में 18 हिन्दू परिवारों पर हमले हुए हैं। यह संख्या इससे अधिक भी हो सकती है, क्योंकि मीडिया सिर्प उन मामलों को कवर करता है जो प्रकाश में आते हैं। 2014 में अल्पसंख्यकों के 201 घरों और प्रतिष्ठानों में उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की थी। इस साल सितम्बर के अंत तक 196 घरों, व्यापारिक केंद्रों, मंदिरों, मठों और मूर्तियों को भी तोड़ा गया। पुलिस मुख्यालय के सहायक महानिरीक्षक मोहम्मद करुंज्जमा ने बताया कि अफवाह फैलने वालों और हिंसा करने वालों के खिलाफ पूरे देश में अभियान जारी है। पुलिस ने कथित रूप से पोस्ट अपलोड करने वाले हिन्दू युवक को भी हिरासत में ले लिया है। दुर्गा पूजा के बाद हिन्दुओं पर जारी हमलों के संबंध में देश के विभिन्न हिस्सों में कम से कम 71 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा करीब 450 लोगों को सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। देश में 13 अक्तूबर को कई जगहों पर भड़की सांप्रदायिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। चिंता की बात यह है कि खुद शेख हसीना की सरकार ने माना है कि दुर्गा पंडालों पर हुए हमले पूर्व नियोजित थे, तो ऐसे में उन्हें नहीं रोकने में उनकी नाकामी ही कही जाएगी। यह भी समझने की जरूरत है कि इन हमलों में सोशल मीडिया के जरिये फैलाई गई अफवाह ने चिंगारी का काम किया है। इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। बांग्लादेश में हिन्दू विरोधी हिंसा की घटनाओं से कुद्ध मशहूर लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा है कि उनका देश अब जेहादिस्तान बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश सरकार अपने सियासी फायदे के लिए मजहब का इस्तेमाल कर रही है और मदरसे कट्टरपंथ फैलाने में लगे हैं। सभी सरकारों ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का इस्तेमाल किया। उन्होंने इस्लाम को राज धर्म बना दिया जिससे वहां हिन्दुओं और बौद्धों की स्थिति दयनीय हो गई है। शेख हसीना सरकार पूरी कड़ाई के साथ इस हिंसा को रोके और हिन्दुओं सहित अन्य अल्पसंख्यकों को पूरी सुरक्षा मुहैया कराए।

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