Wednesday 6 October 2021

शाहरुख खान का बेटा ड्रग्स लेने के आरोप में गिरफ्तार

मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज में नशाखोरी कर रहे अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन समेत अन्य लोगों की गिरफ्तारी यही बताती है कि देश में नशीले पदार्थों का सेवन किस तरह बढ़ता जा रहा है। यह पहली बार नहीं जब नशे का सेवन कर रहे नामचीन अथवा धनी लोगों को गिरफ्तार किया गया हो। मुंबई का ड्रग्स से संबंध नया नहीं है। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की गुत्थी भले ही अनसुलझी हो, पर एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड) ने इस मामले को ड्रग्स से जोड़कर देखने की कोशिश के तहत अनेक लोगों को निशाने पर लिया था। एनसीबी के लोगों ने बीच समुंदर में ड्रग्स पार्टी शुरू होते ही जिस तरह संदिग्धों को पकड़ा, उससे यह भी साफ है कि पर्दे के पीछे ड्रग्स का सेवन करने वाले अब खुलेआम यह काम करने लगे हैं। क्रूज पर रेव पार्टी करने और ड्रग्स लेने के मामले में मुंबई की कोर्ट ने शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान, उसके दोस्त अरबाज सेठ मर्चेंट और मुनमुन धमेशा को सात अक्तूबर तक एनसीबी की हिरासत में भेज दिया है। पूछताछ में आर्यन ने माना है कि उसने ड्रग्स ली थी। हालांकि ड्रग्स खरीदने की बात से इंकार किया है। एनसीबी ने आरोपियों से एमडीएम (एक्स्टेसी) की 22 गोलियां, 13 ग्राम कोकीन, पांच ग्राम एमडी, 21 ग्राम चरस और 1.33 लाख रुपए नकद जब्त किए हैं। ब्यूरो ने शनिवार रात लग्जरी क्रूज लाइनर एक्सप्रेस पर छापा मारा था। एनसीबी प्रमुख एसएन प्रधान ने कहा कि विशिष्ट खुफिया सूचनाएं मिलने के बाद दो हफ्ते तैयारी की गई। इसके बाद यह कामयाबी मिली। मामले में बॉलीवुड लिंक्स भी मिले हैं। बता दें कि करीब 24 साल पहले 1997 में शाहरुख खान सिमी ग्रेवाल के टॉक शो में शामिल हुए थे। तब शाहरुख खान ने मजाक में कहा था, मेरे बेटे को भी ड्रग्स का अनुभव करना चाहिए। उसे वह सभी बुरे काम करने चाहिए जो मैं अपनी युवावस्था में नहीं कर सका। उसे लड़कियों को डेट करना चाहिए, सेक्स और ड्रग्स का मजा लेना चाहिए। शाहरुख खान की इच्छा बेटे आर्यन खान ने पूरी कर दी। इस तरह के मामले सामने आते ही रहते हैं। पिछले कुछ समय से यह सिलसिला कुछ ज्यादा ही तेज हो गया है। आमतौर पर ऐसे मामले तभी चर्चा में आते हैं जब मादक पदार्थों के सेवन अथवा उनकी खरीद के आरोप में सेलिब्रिटी किस्म के लोग गिरफ्तार होते हैं, लेकिन इसके आधार पर ऐसे किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जाना चाहिए कि नशीले पदार्थों का सेवन केवल महानगरों में धनाढ्य लोगों के बीच प्रचलित है। सच तो यह है कि यह बीमारी एक राष्ट्रीय समस्या का रूप ले चुकी है और इसका उदाहरण है हाल में देश के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर नशीले पदार्थों की बरामदगी। पिछले कुछ समय से देश में इतनी बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों की खेप पकड़ी गई हैं कि इस निष्कर्ष पर पहुंचने के अलावा और कोई उपाय नहीं कि नशे के कारोबारियों ने भारत को अपने निशाने पर ले लिया है। बीते दिनों इसकी पुष्टि तब हुई थी, जब गुजरात के समुद्र तट पर अडानी पोर्ट पर अफगानिस्तान से लाई गई 3000 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई थी। देश की युवा पीढ़ी के भविष्य को नष्ट करने वाले इस खतरनाक कारोबार में केवल सामान्य अपराधी ही नहीं, बल्कि बड़े-बड़े माफिया और विदेश में रह रहे तस्कर भी शामिल हैं। इससे भी ज्यादा चिन्ता की बात यह है कि इन तत्वों की मिलीभगत आतंकी एवं अलगाववादियों के गुटों से भी है। नामचीन लोगों के संरक्षण में ड्रग्स और पोर्न का रैकेट जिस तरह पैर पसार रहा है, वह सचमुच बेहद चिन्ताजनक होना चाहिए।

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